*आलिमो के बारे में ग़लत सोच।*
*ज़रा गौर करें
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*_ज़िना के ख़िलाफ़ जुमें में तक़रीर कर दे तो नौजवान नाराज़ हो जाते हैं !_*
*_रिश्वत खोरी के खिलाफ बोल दे तो सरकारी नौकरी वाले नाराज़ हो जाते हैं !_*
*_सूदखोरी के ख़िलाफ़ बोल दे तो बड़े बड़े सरमायाकार नाराज़ हो जाते हैं !_*
*_फ़र्ज़ नमाज़ की अहमियत बताये तो जुम्मे का जुमा नमाज़ पढ़ने वाले लोग नाराज़ हो जाते हैं !_*
*_✨नमाज़ में थोड़ी देर हुई तो कहने वाले कहते है कि इमाम सो जाते हैं !_*
*_जल्दी पढ़ा दी तो इमाम को जल्दी भागना है !_*
*_सियासत में हिस्सा नहीं लिया तो नाकारा हैं, अगर हिस्सा लिया तो बिक गया है !_*
*_घर घर जाकर बच्चों को पढ़ाये तो भीक मांगता है !_*
*_मस्ज़िद के लिए चंदा करे तो पैसा खाता है !_*
*_⚖अपनी तिजारत करके हलाल कमाए तो इल्म जाया कर रहा है !_*
*_सरकारी स्कूल कॉलेज में गया तो सरकारी लुकमा खोर बन गया है !_*
*_शादी की बात आती है तो उसको बेटी कौन देगा !_*
*_मोटरसाइकिल पर चले तो हराम की खाता होगा !_*
*_पैदल चले तो फटिचर है !_*
*_❌ग़लत बातो पर टोके तो बुरा है !_*
*_❌ग़लत बातो पर टोके तो बुरा है !_*
*_✅सही बात के लिए ना टोके तो सारी गलतियों का जिम्मेदार इमाम है !_*
*_दुनिया की बात करे तो दुनिया दारी आ गयी !_*
*तक़रीर भी सोच समझ कर करनी पढ़ती है, कि कही लोगों को बुरा ना लगे ! (मआज़ अल्लाह)अफ़सोस तो इस बात का है कि मुआशरे की सभी गलतियों का इल्जाम मौलवी पर ही लगाया जाता है !*
*"अल अमान अल हफ़ीज़"*
*"अल अमान अल हफ़ीज़"*
*लाखों रूपए महीना कमाने वाले,*
*➕डॉक्टर*
*इंजिनियर*
*प्रोफेसर*
*☎अफसर*
*अपनी मेहनत से अपने जैसा एक भी फर्द बनाने की कोशिश नहीं करते, और ना ही ज़िम्मेदारी लेते है *लेकिन आलिमे दीन ही हर एक को नेक और एक बनाने मे लगे रहते हैं !*
*➕डॉक्टर*
*इंजिनियर*
*प्रोफेसर*
*☎अफसर*
*अपनी मेहनत से अपने जैसा एक भी फर्द बनाने की कोशिश नहीं करते, और ना ही ज़िम्मेदारी लेते है *लेकिन आलिमे दीन ही हर एक को नेक और एक बनाने मे लगे रहते हैं !*
*❓ताज्जुब की बात तो ये की जिन साहब के बोल से उनकी बीवियां उनके बच्चे नहीं डरते है वो भी मौलवी को आँख दिखाते हैं !* *अल्लाहुअकबर*
*हदीस शरीफ*
*:- मुस्तफा करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम इरशाद फरमाते हैं-: *मेरी उम्मत के उलमा बनी इस्राईल के नबियों के बराबर हैं ! (सुब्हानल्लाह)*
*:- मुस्तफा करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम इरशाद फरमाते हैं-: *मेरी उम्मत के उलमा बनी इस्राईल के नबियों के बराबर हैं ! (सुब्हानल्लाह)*
*ज़रा ग़ौर कीजिये कि आज हमारा मामला ऐसा है कि हम अपने गिरेबान में नहीं झाककर देखतें बल्कि उलमाओ पर उंगली उठाते हैं ! _(मअाज़ अल्लाह)*_
*उलमा से दीन सीखे, ना की उन्हें उंगली करें !*
*अगर किसी को बुरा लगे तो वो दो निवाला ज़्यादा खाऐ !*
*उलमा से दीन सीखे, ना की उन्हें उंगली करें !*
*अगर किसी को बुरा लगे तो वो दो निवाला ज़्यादा खाऐ !*
*(चौधरी को उलटा पुलटा बोल लो)*
*इमाम को नही*




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